भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती मांग के कारण डायग्नोस्टिक सेंटरों की मांग भी बढ़ रही है, ऐसे में निवेशकों को यह समझना जरूरी है कि क्या सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड आईपीओ आपके निवेश लक्ष्यों के लिए उपयुक्त है या नहीं।यह आईपीओ सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है ताकि भारत में उनकी वृद्धि और उपस्थिति बढ़े।
कंपनी का संक्षिप्त परिचय
इतिहास और कंपनी की पृष्ठभूमि:
1992 में एक छत के नीचे संपूर्ण पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी सेवाएं प्रदान करने के लिए, सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड की स्थापना कोलकाता में की गई थी। धीरे-धीरे कंपनी बढ़ी और कोलकाता के साथ-साथ भारत के पूर्वी हिस्से में भी प्रमुख बन गई।
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड की सेवाएं:
इमेजिंग | अपर जीआई एंडोस्कोपी |
एक्स रे | लोअर जीआई एंडोस्कोपी |
एमआरआई स्कैन | सिग्मोइडोस्कोपी |
सीटी स्कैन | प्रोक्टोस्कोपी |
यूएसजी टेस्ट | कोलोनोस्कोपी |
डेक्सा स्कैन | प्रोक्टोसिग्मोइडोस्कोपी |
मैमोग्राफी टेस्ट | पैथोलॉजी |
ओपीजी टेस्ट | माइक्रोबायोलॉजी |
न्यूरोलॉजी | सीरोलॉजी |
ईईजी टेस्ट | आणविक जीवविज्ञान |
ईएमजी टेस्ट | हिस्टोपैथोलॉजी |
एनसीवी टेस्ट | साइटोपैथोलॉजी |
कार्डियोलॉजी | क्लिनिकल पैथोलॉजी |
ईसीजी टेस्ट | हेमटोलॉजी |
इकोकार्डियोग्राम टेस्ट | क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री और इम्यूनोलॉजी |
स्ट्रेस टेस्ट / ट्रेडमिल टेस्ट (टीएमटी) | इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री |
होल्टर मॉनिटरिंग | फ्लोरेसेंस इन-सीटू हाइब्रिडाइजेशन |
कलर डॉपलर | साइटोजेनेटिक्स |
पेरिफेरल डॉपलर | फ्लो साइटोमेट्री |
पीएफटी | लिक्विड क्रोमैटोग्राफी-टेंडेम मास स्पेक्ट्रोमेट्री (एलसी-एमएस/एमएस) |
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी | अगली पीढ़ी अनुक्रमण (एनजीएस) |
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड की प्रमुख उपलब्धियां:
वर्ष | घटनाक्रम |
2007 |
केस्टोपुर में कंपनी का पहला डायग्नोस्टिक केंद्र स्थापित किया गया।
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2010 |
खरदाह में नया केंद्र शुरू किया गया, परिचालन केंद्रों की संख्या 5 तक पहुंची।
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2013 |
लाइटहाउस फंड्स से इंडिया 2020 लिमिटेड के माध्यम से पहले दौर की फंडिंग प्राप्त की।
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2016 |
प्रयोगशालाओं की संख्या 4 तक बढ़ाई गई और परिचालन केंद्रों की संख्या 25 हो गई।
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2016 |
ऑर्बिमेड एशिया II मॉरीशस एफडीआई इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड से दूसरे दौर की फंडिंग प्राप्त की; इंडिया 2020 लिमिटेड बाहर हुआ।
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2017 |
सनवेल डायग्नोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड का व्यवसाय अधिग्रहित किया।
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2019 |
मेघालय सरकार के साथ पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत मेघालय में संचालन का विस्तार किया।
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2020 |
फ्यूचर मेडिकल एंड रिसर्च ट्रस्ट से कोलकाता में 2 डायग्नोस्टिक सेंटर का अधिग्रहण किया।
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2023 |
न्यू टाउन में पहला 3T MRI और 128 CT स्थापित किया।
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सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड की व्यवसाय प्रक्रिया:
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड की व्यावसायिक प्रक्रिया को निम्नलिखित फ्लोचार्ट से समझा जा सकता है।
आईपीओ का विवरण
आईपीओ का आकार और संरचना:
तिथि | 29 नवंबर 2024 – 03 दिसंबर 2024 |
मूल्य सीमा | ₹ 420 – ₹ 441 प्रति शेयर |
न्यूनतम मात्रा | 34 शेयर्स |
न्यूनतम राशि | ₹ 14280 |
सिंबल | SURAKSHA |
आईपीओ की राशि:
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड आईपीओ का लक्ष्य कुल ₹ 846.25 करोड़ करोड़ जुटाना है।
आईपीओ का उद्देश्य:
इस आईपीओ के माध्यम से, सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड अपने उत्पादन का विस्तार करने, ऋण चुकाने, नई मशीनरी खरीदने और कार्यशील पूंजी को पूरा करने के लिए धन जुटा रहा है।
प्रमुख तिथियां और समय सीमा:
आयोजन | संभावित तिथि |
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आईपीओ खुलने की तिथि | 29 नवंबर 2024 |
आईपीओ बंद होने की तिथि | 03 दिसंबर 2024 |
अलॉटमेंट की तिथि | 04 दिसंबर 2024 |
रिफंड शुरू होने की तिथि | 05 दिसंबर 2024 |
डीमैट अकाउंट में शेयरों का क्रेडिट | 05 दिसंबर 2024 |
शेयरों की लिस्टिंग तिथि | 06 दिसंबर 2024 |
इन महत्वपूर्ण तिथियों के आधार पर आप आईपीओ में निवेश और अलॉटमेंट के प्रोसेस की सही योजना बना सकते हैं।
स्टॉक एक्सचेंज लिस्टिंग:
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड का आईपीओ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्ट होगा। कंपनी के शेयर 6 दिसंबर 2024 को दोनों एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग के लिए सूचीबद्ध किए जाएंगे।
स्वास्थ्य क्षेत्र बाजार अवलोकन
उद्योग विश्लेषण:
भारत का स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, और यह दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते स्वास्थ्य बाजारों में से एक बन चुका है। यह वृद्धि प्रमुख रूप से बढ़ती जनसंख्या, स्वास्थ्य जागरूकता, और नवीनतम चिकित्सा तकनीकों के कारण हो रही है।
स्वास्थ्य देखभाल उद्योग का बाजार आकार:
यह क्षेत्र लगभग ₹8,00,000 करोड़ का है और अगले 5 वर्षों में इसके 15% CAGR से बढ़ने की उम्मीद है।
उद्योग प्रतिस्पर्धी:
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड के प्रमुख प्रतिस्पर्धियों में डॉ. लाल पैथलैब्स, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर, थायरोकैर टेक्नोलॉजीज, SRL डायग्नोस्टिक्स, मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज, न्यूजीन लैब्स, फोर्टिस हेल्थकेयर, और अपोलो हेल्थ एंड लाइफस्टाइल जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। ये कंपनियां भारत में पैथोलॉजी और स्वास्थ्य परीक्षण सेवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और प्रतिस्पर्धा के लिहाज से सुरक्षा डायग्नोस्टिक के लिए चुनौती प्रस्तुत करती हैं।
बाजार की स्थिति:
पिछले कुछ वर्षों में, सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड ने खुद को एक प्रतिष्ठित, उच्च गुणवत्ता वाले और भरोसेमंद ब्रांड के रूप में स्थापित किया है, जिसके लिए इन्होनें कई पुरस्कार जीते हैं। नतीजतन, सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड अब भारतीय डायग्नोस्टिक बाजार में शीर्ष कंपनियों में से एक है।
कड़ी प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए उनकी योजना में मुख्य घटक ग्राहक संबंध, प्रतिष्ठा, कर्मचारी प्रतिभा, बाजार कवरेज, गुणवत्ता, लागत, वितरण, तकनीकी क्षमता आदि हैं। उनका अनूठा विक्रय बिंदु यह है कि वे आपूर्ति श्रृंखला के अंत में मूल्य प्रदान करते हैं।
वित्तीय और मूल्यांकन विश्लेषण
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड की वित्तीय मीट्रिक्स:
- राजस्व वृद्धि: वित्त वर्ष 2024 में, कंपनी ने ₹23.49 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2023 के ₹40.50 करोड़ के राजस्व की तुलना में 0.25% की हल्की गिरावट को दर्शाता है।
- लाभ मार्जिन: कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में उल्लेखनीय लाभ वृद्धि दिखाई, जिसमें कर-पश्चात लाभ (PAT) वित्त वर्ष 2023 से 795.66% बढ़ गया।
- नकदी प्रवाह: सकारात्मक परिचालन नकदी प्रवाह दर्ज किया गया है, जो कंपनी की सतत वृद्धि का समर्थन करता है।
- पी/ई अनुपात: कंपनी का पी/ई अनुपात 14.77x है, जो उद्योग औसत 110.70x की तुलना में काफी कम है, यह आय के आधार पर इसके आकर्षक मूल्यांकन का संकेत देता है।
मूल्यांकन विश्लेषण:
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड के आईपीओ का मूल्यांकन इसके प्रमुख प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम आंका गया प्रतीत होता है। अन्य प्रमुख कंपनियों जैसे डॉ. लाल पैथलैब्स और मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के पी/ई अनुपात काफी अधिक हैं, जबकि सुरक्षा का पी/ई अनुपात 14.77x है, जो इसे कम मूल्यांकन का संकेत देता है। इस आधार पर, सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड का आईपीओ एक आकर्षक निवेश विकल्प हो सकता है, विशेष रूप से जब यह अन्य प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक किफायती मूल्य पर उपलब्ध है।
प्रमोटर्स शेयरहोल्डिंग पैटर्न
प्रमोटर्स | % शेयर्स |
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डॉ सोमनाथ चटर्जी | 7.74 |
रितु मित्तल | 18.50 |
सतीश कुमार वर्मा | 15.68 |
सब्स्क्रिप्शन स्थिति
आज तक सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड के आईपीओ सब्सक्रिप्शन स्टेटस 0.18 गुना है।
आप एनएसई या बीएसई की वेबसाइट पर जाकर आईपीओ सब्सक्रिप्शन स्टेटस चेक कर सकते हैं। यहां आपको यह जानकारी मिलेगी कि इस आईपीओ को कितनी बार सब्सक्राइब किया गया है।
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड आईपीओ जीएमपी
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड आईपीओ के लिए नवीनतम जीएमपी (ग्रे मार्केट प्रीमियम) ₹0 है। ₹ 441 के मूल्य बैंड के साथ, सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड आईपीओ के लिए अनुमानित लिस्टिंग मूल्य ₹ 441 (इश्यू मूल्य + आज का जीएमपी) है। प्रति शेयर अपेक्षित लाभ/हानि प्रतिशत 0.00% है।
अलॉटमेंट कैसे चेक करें?
अपने IPO आवंटन की जांच करने के लिए, आप कंपनी की रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर जा सकते हैं और अपना पैन नंबर, आवेदन संख्या या डीमैट खाता संख्या दर्ज कर सकते हैं। आप NSE और BSE की वेबसाइट पर भी आवंटन की स्थिति की जांच कर सकते हैं।
आप निम्न लिंक का उपयोग करके स्टेटस चेक कर सकते हैं।
अंतिम निर्णय
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड का आईपीओ निवेशकों के लिए एक संतुलित अवसर प्रस्तुत करता है। कंपनी की मजबूत वित्तीय वृद्धि, मजबूत व्यवसाय मॉडल और रणनीतिक बाजार स्थिति इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है। यहाँ मुख्य विचार दिए गए हैं:
आपको इस आईपीओ पर विचार क्यों करना चाहिए:
- मजबूत विकास क्षमता: लगातार राजस्व वृद्धि और एक आशाजनक उद्योग दृष्टिकोण।
- धन का उपयोग: विस्तार, ऋण चुकौती और नवाचार जैसे रणनीतिक उद्देश्यों पर लक्षित आय, एक स्पष्ट विकास रोडमैप का संकेत देती है।
- अनुभवी प्रबंधन: सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड और उद्योग विशेषज्ञता वाली एक नेतृत्व टीम
- आकर्षक मूल्यांकन: साथियों की तुलना में, आईपीओ की कीमत उचित है, जो महत्वपूर्ण मूल्य वृद्धि का मौका प्रदान करती है।
ध्यान में रखने योग्य जोखिम:
उद्योग जोखिम: विनियामक परिवर्तन और बाजार में अस्थिरता प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है।
किसे निवेश करना चाहिए ?
- खुदरा निवेशक जो बढ़ती कंपनियों में दीर्घकालिक पूंजी वृद्धि की तलाश में हैं।
- अनुभवी निवेशक जो उच्च जोखिम सहनशीलता रखते हैं, क्योंकि नई आईपीओ अस्थिर हो सकते हैं।
- निवेशक जो पूर्ण विकास क्षमता का एहसास करने के लिए मध्यम से लंबी अवधि के लिए शेयर रखने के इच्छुक हैं।
अंतिम अनुशंसा:
निवेशकों को निर्णय लेने से पहले अपने जोखिम सहनशीलता, वित्तीय लक्ष्यों और आईपीओ विवरण का सावधानीपूर्वक आकलन करना चाहिए। व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए पंजीकृत वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना आवश्यक है।
सामान्य प्रश्न (FAQs)
एसएमई आईपीओ क्या है और यह नियमित आईपीओ से किस प्रकार भिन्न है?
एसएमई आईपीओ एक सार्वजनिक पेशकश है जिसे विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें आम तौर पर छोटे आकार के इश्यू शामिल होते हैं और इसे एनएसई इमर्ज या बीएसई एसएमई जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर सूचीबद्ध किया जाता है। नियमित आईपीओ की तुलना में, एसएमई आईपीओ के लिए निवेशकों को बड़ी मात्रा में शेयर खरीदने की आवश्यकता होती है और कम तरलता और कम-स्थापित व्यवसायों के कारण इसमें अधिक जोखिम शामिल हो सकते हैं
एसएमई आईपीओ में निवेश के क्या लाभ हैं?
एसएमई आईपीओ में निवेश करने से निवेशकों को ये लाभ मिलते हैं:
- उच्च-विकास वाली कंपनियों तक जल्दी पहुंच प्राप्त करें।
- छोटे-कैप शेयरों के साथ अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं।
- यदि कंपनी परिचालन बढ़ाने में सफल होती है तो संभावित रूप से उच्च रिटर्न अर्जित करें।
एसएमई आईपीओ में क्या जोखिम शामिल हैं?
जोखिमों में शामिल हैं:
- कम ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण उच्च अस्थिरता।
- छोटी कंपनियों के लिए अनिश्चित विकास पथ।
- बाजार और आर्थिक मंदी के प्रति अधिक संवेदनशीलता।
क्या एसएमई आईपीओ नियमित आईपीओ की तुलना में अधिक जोखिमपूर्ण हैं?
हां, एसएमई आईपीओ में आम तौर पर कंपनियों के छोटे आकार, कम स्थापित बाजार स्थिति और सीमित वित्तीय इतिहास के कारण नियमित आईपीओ की तुलना में अधिक जोखिम होता है। ये कंपनियां बाजार में उतार-चढ़ाव और आर्थिक चुनौतियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकती हैं।
क्या एसएमई आईपीओ शुरुआती लोगों के लिए उपयुक्त हैं?
एसएमई आईपीओ आम तौर पर अधिक अस्थिर होते हैं और उनमें अधिक जोखिम होता है, जिससे वे अनुभवी निवेशकों या उच्च जोखिम सहनशीलता वाले लोगों के लिए बेहतर होते हैं। शुरुआती लोगों को सावधानी से संपर्क करना चाहिए और वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने पर विचार करना चाहिए।
क्या मैं लिस्टिंग के दिन के बाद एसएमई आईपीओ शेयर खरीद सकता हूँ?
हां, आप लिस्टिंग के बाद एसएमई आईपीओ शेयर खरीद सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे किसी अन्य सार्वजनिक रूप से कारोबार किए जाने वाले स्टॉक को, अपने ब्रोकर या ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑर्डर देकर। हालांकि, प्रमुख एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध स्टॉक की तुलना में लिक्विडिटी कम हो सकती है, और कीमतें अधिक अस्थिर हो सकती हैं।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) क्या है और यह महत्वपूर्ण क्यों है?
जीएमपी उस प्रीमियम को दर्शाता है जिस पर आईपीओ शेयर लिस्टिंग से पहले अनौपचारिक ग्रे मार्केट में ट्रेड होते हैं। यह बाजार की भावना और संभावित लिस्टिंग प्रदर्शन को दर्शाता है लेकिन रिटर्न की गारंटी नहीं है।